ये लोग ज्यादातर अमीर और व्यापारी लोगों को ही अपना निशाना बनाते हैं और साइबर हमले के सरगना फिरौती वसूल रहे हैं। साइबर हमलों का यह सिलसिला शुक्रवार को शुरू हुआ और इसने बैंकों से लेकर अस्पताल तक और निजी कंपनियों से लेकर सरकारी एजेंसियों तक सबको धड़ाधड़ अपना निशाना बनाया।…इसने माइक्रोसॉफ्ट की पुरानी ऑपरेटिंग सिस्टम (ओएस) की कमजोरियों का फायदा उठाया।
इन साइबर हमलों की जद में आने वालों में अमेरिकी कूरियर कंपनी फेडएक्स, यूरोपीय कार कंपनियां, स्पेनी दूरसंचार दिग्गज टेलीफोनिका, ब्रिटेन की स्वास्थ्य सेवा और जर्मनी का ड्योश रेल नेटवर्क प्रमुख हैं: रैंसमवेयर वायरस फैलाने वाला सॉफ्टवेयर है जिसे WannaCry नाम दिया गया है। यह कम्प्यूटर्स सिस्टम तक पहुंचकर उसे तब तक के लिए ब्लॉक कर देता है, जब तक कि फिरौती न मिल जाए। फिरौती ऑनलाइन वसूली जा रही है। एंटीवायरस अपडेट करें |