समझा जाता है कि उपयोग परीक्षण के तहत किया गया परीक्षण वांछित मानदंडों को पूरा करने में नाकाम रहा।अग्नि-2 की मार करने की क्षमता 2000 किलोमीटर से अधिक है। इसे पहले ही सेना में शामिल किया जा चुका है। आज का परीक्षण स्ट्रैजिक फोर्सेज कमांड द्वारा प्रशिक्षण अभ्यास के हिस्से के तौर पर किया गया।
इसके लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने साजो-सामान सहयोग मुहैया कराया था। अग्नि-2 की लंबाई 20 मीटर है और इसका वजन 17 टन है। यह 2000 किलोमीटर की दूरी तक 1000 किलोग्राम विस्फोटक ले जा सकता है।
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