विक्तोर ने स्वीकार किया कि रूस रक्षा क्षेत्र में अमेरिका से ज्यादा खर्च नहीं कर सकता, इसलिए सेना का विस्तार बढ़ाने के लिए वह उस पर दबाव डालता है। इसके अलावा अमेरिका को मात देने के लिए उसके पास न्यूक्लियर मिसाइल हैं जिनमें हवा में विस्फोट किया जा सकता है। उन्होंने दावा किया कि इससे होने वाले नुकसान का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता।
उन्होंने कहा कि रूस अमेरिका को ऐसा ‘जवाब’ देने की तैयारी कर रहा है जिसकी वजह से हमले की स्थिति में दोनों देश बर्बाद हो सकते हैं। उन्होंने बताया, ‘हमारा यह जवाब परमाणु बम हैं जो उसकी (अमेरिका) कार्यप्रणाली को इस तरह प्रभावित करेंगे कि कोई कंप्यूटर उसे कैलकुलेट नहीं कर सकता।’ जिस तरह के हालात आज कल रूस और अमरीका के बिच चल रहे है उस से कोई भी तीसरे विश्वयूध के होने से इनकार नहीं कर सकता