विनोद खन्ना ने 1975 में ओशो का रुख कर लिया था.हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता विनोद खन्ना पाकिस्तान के पेशावर स्थित अपने पुश्तैनी घर को देखना चाहते थे, लेकिन उनकी यह ख्वाहिश पूरी नहीं हो सकी. विनोद खन्ना को पेशावर के एक गर्व के रूप में याद करते हुये शुक्रवार को पाकिस्तान में जन्मस्थान पर लोगों ने इस महान अभिनेता को श्रद्धांजलि अर्पित की. पेशावर में जाने-माने फिल्म इतिहासकार मुहम्मद इब्राहिम जिया ने कहा, ‘खन्ना का जन्म पेशावर के छावनी क्षेत्र में आने वाले सरदार इलाके में जन्म हुआ था. उनके पिता मेहर चंद खन्ना एक बड़े कारोबारी और कांग्रेस के पूर्व मंत्री थे.’
फिल्मों से लेकर राजनीति तक में सक्रिय रहे विनोद खन्ना कैंसर से पीड़ित थे. हाल ही में उनकी एक तस्वीर काफी वायरल हुई थी जिसे देखकर उनके फैन्स का दिल टूट गया था. तस्वीर में वह काफी कमजोर नजर आ रहे थे. मुंबई के एच एन रिलायंस अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. विनोद खन्ना के अस्पताल में भर्ती होने के बाद से ही उनके स्वास्थ्य के लिए पूरा हिंदी सिनेमा जगत दुआएं कर रहा था. गुरुवार को मालाबार हिल्स इलाके में शाम 4.30 बजे उनका अंतिम संस्कार किया गया जिसमें बॉलीवुड की कई हस्तियां पहुंचीं. विनोद खन्ना ने अपने चार दशक लंबे सिने करियर में लगभग 150 फिल्मों में अभिनय किया.