राष्ट्रपति पद के लिए इसी साल जुलाई में चुनाव होने हैं। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने मोहरे भी सेट करना शुरू कर दिया है। चुनाव से पहले ही कैंडिडेट तय करने को लेकर विपक्ष की ओर से भी राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। वहीं, बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए गठबंधन ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले है। हालांकि, शिवसेना की एनडीए से अलग राय है।
शिवसेना ने इसके पहले 2007 के राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के खिलाफ प्रतिभा पाटिल का सपोर्ट किया था, जो यूपीए की कैंडिडेट थी। शिवसेना ने NCP से अपनी पुरानी अदावत भुलाकर शरद पवार को राष्ट्रपति बनाने की मांग की है। लेफ्ट पार्टी भी शरद पवार को कैंडिडेट बनाने के लिए विचार कर रही है। लेफ्ट का मानना है कि शरद पवार के नाम पर कई पार्टियां एकजुट हो जाएंगी।
आगें और कौन कौन शामिल है जानिए