राजनीति की एक पुरानी कहावत है कि राजनीति में न कोई किसी का दोस्त होता है न किसी का दुश्मन | राजनैतिक ज्ञाताओ की माने तो अगर किसी राजनैतिक पार्टी को दिल्ली का सफ़र तय करना है तो उत्तर प्रदेश को उसे जीतना होगा | 2014 के लोक सभा चुनाव में बीजेपी ने प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से 72 पे जीत दर्ज की और केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई | उत्तर प्रदेश का दिल्ली की राजनीति में महत्व का अंदाज़ा आप इस बात से लगा सकते है की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद वारणसी सीट से चुनाव जीत कर संसद पहुचें | हाल ही में संपन हुए उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में बीजेपी ने एक बड़ी जीत दर्ज की और पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने में सफल रही |
उत्तर प्रदेश में कई राजनेता ऐसे भी है जिनका उनके चुनावी क्षेत्र में सम्मान और दबदबा इस तरह से है की चुनाव लड़ना उनके लिए महज एक औपचारिकता साबित होती है | कुंडा से निर्दालिये विधायक राजा भैया इसका एक बड़ा उदाहरण है | राजा भैया कुंडा विधान सभा सीट से वर्ष 1996 से विधायक है और वह लगभग हर विधानसभा चुनाव में एक तरफ़ा जीत हासिल करते आए है | वर्ष 1996 में वह पहली बार बीजेपी के टिकट पर कुंडा विधानसभा सीट से विधायक चुने गए |
राजा भैया ने क्या कहा जो इस कदर अखिलेश हो गये परेशान पढ़े पूरी खबर