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यह बम सामान्य लड़ाकू विमान से नहीं गिराया जा सकता था। इसलिए मालवाही एमसी-130 एयरक्राफ्ट से गिराया गया। एक्सपर्ट के मुताबिक, अमेरिका इस बम का इस्तेमाल ट्रंप कार्ड की तरह करना चाहता है। यानी ये बम जहां गिरेगा वहां कई किलोमीटर तक तबाही नजर आएगी। आतंकवाद और खासकर ISIS जैसे संगठनों के लिए ये एक बेहतरीन हथियार है। अमृतसर बॉर्डर से सड़क के रास्ते पेशावर की दूरी करीब 406 किलोमीटर है
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