मतदान मशीन यानी ईवीएम को ले कर उठाए जा रहे तमाम सवालों पर चुनाव आयोग ने हमेशा के लिए विराम लगाने की तैयारी कर ली है। मई के पहले सप्ताह में यह सभी राजनीतिक दलों के साथ वैज्ञानिकों और तकनीकविदों को भी खुली चुनौती दे कर अपनी मशीनें इनके सामने पेश करेगा। इस दौरान लोगों को इसमें हेर-फेर के अपने दावों को साबित करने का मौका मिलेगा।
न्यूज़ बस्ट ने रविवार को प्रकाशित अपनी खबर में पहले ही बता दिया था कि चुनाव आयोग मशीनों के साथ छेड़छाड़ के आरोपों को साबित करने का विशेष मौका दे सकता है। अब आयोग ने यह भी तय कर लिया है कि वह अगले महीने के पहले हफ्ते से ही इसकी शुरुआत कर देगा। अधिक से अधिक लोगों को यह मौका मिल सके, इसलिए वह लगातार एक हफ्ते या उससे भी अधिक समय तक यह मौका उपलब्ध करवा सकता है। तारीख तय होते ही आयोग विज्ञापन जारी कर इसके लिए लोगों को आमंत्रित कर सकता है।