प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आमंत्रण पर तृणमूल कांग्रेस प्रमुख व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक विशेष बैठक में शामिल होने दिल्ली जाएंगीं। वह सात अप्रैल को दिल्ली के लिए रवाना होंगी। मुख्यमंत्री बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के सम्मान में आठ अप्रैल को पीएम द्वारा दिए जाने वाले दोपहर भोज में शामिल होंगी। इसके अलावा वह राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के रात्रि भोज में भी शामिल होंगी। मुख्यमंत्री को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पहले ही बैठक में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया था। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी ममता को पहले ही आमंत्रित किया था। अब प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से भी ममता को आमंत्रित किया गया है। कहा जा रहा है कि शेख हसीना का भारत दौरा कई मायने में अहम है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शेख हसीना की एक बैठक होगी, जिसमें ममता शामिल होंगी। इस दौरान बांग्लादेश के साथ करीब 34 मामलों पर करार होना है। हसीना के दौरे में वाणिज्य को विशेष महत्व दिया जा रहा है। इस दौरान पश्चिम बंगाल के पेट्रापाल बॉर्डर व बांग्लादेश के बेनापोल के रास्ते व्यापार शुरू करने पर चर्चा होगी।
आगे जानिए किस मुद्दे पर बात करने के लिए की गयी ये सभा
इसके अतिरिक्त खुलना (बांग्लादेश) से कोलकाता के बीच बस सेवा शुरू करने पर भी चर्चा होगी। हसीना के साथ होने वाली इस बैठक में ममता को शामिल करने के पीछे कई वजह हैं। इस बैठक में तीस्ता समझौता जैसे मुद्दे पर चर्चा होनी है, जिसमें ममता की अहम भूमिका है। ममता के साथ हसीना के बेहतर ताल्लुकात हैं। सांस्कृतिक और भौगोलिक नजरिए से भी बैठक में पश्चिम बंगाल को शामिल करना आवश्यक है।
गौरतलब है कि करीब तीन दशक से तीस्ता जल बंटवारे का मुद्दा दोनों देशों के बीच फंसा हुआ है, लेकिन अब तक राजनीतिक स्तर पर कोई ठोस समाधान नहीं निकल सका है। इस बैठक के जरिए कूटनीतिक समाधान निकालने की कोशिश की जाएगी। ममता नोटबंदी व राज्यों को मिलने वाले फंड समेत कई मुद्दों पर केंद्र सरकार के साथ बगावती रही हैं। ऐसे में उनका दिल्ली दौरा राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बन गया है।