विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गुरुवार को कहा कि अगर अमेरिका एच-1बी वीजा, आव्रजन या बिजनेस आउटसोर्सिंग पर प्रतिबंध लगाता है, तो इससे केवल भारतीयों को ही नुकसान नहीं पहुंचेगा, बल्कि यह अमेरिका के लिए भी नुकसानदायक होगा। सुषमा ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान कहा, ‘हम (एच-1बी वीजा को लेकर) अमेरिकी प्रशासन के साथ केवल बात ही नहीं कर रहे, बल्कि तर्क और ठोस आंकड़ों के साथ बात कर रहे हैं।’
सुषमा ने कहा, ‘यह पारस्परिक रूप से लाभकारी भागीदारी है, हमने उन्हें (अमेरिका को) बता दिया है कि अगर आप यह संबंध तोड़ेंगे, तो इससे केवल हमें ही नहीं, आपको भी तकलीफ होगी।’ सुषमा ने कहा कि अमेरिका में मौजूद भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियां अमेरिकियों की नौकरियां छीन नहीं रहीं, बल्कि वे वहां रोजगार सृजन कर रही हैं। सुषमा ने कहा, ‘हमने उन्हें बताया है कि यह सच नहीं है कि भारतीय उनकी नौकरियां छीन रहे हैं।