जीवन में त’रक्की के लिए मेहनत के साथ साथ कि’स्मत का धनी भी होना बहुत जरुरी होता है। आपने अक्सर देखा होगा, कई बार जी तोड़ मेहनत करने के बाद भी स’फलता नहीं मिलती बल्कि कई बार एक छोटे से प्रयास में मनुष्य सफलता की सीढ़ियां चढ़ने लगता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, गृ’ह न’क्षत्रो और वा’स्तु दो’ष के कारण अक्सर ऐसा होता है। जिसकी बजह से अक्सर लोग सफल नहीं हो पाते है। और उनके जीवन की तरक्की में बा’धा बनता है, वास्तु दोष।
जब बार-बार प्रयास करने में भी व्यक्ति को सफलता नहीं मिलती तो इस कारण उसके घर पर मौजूद कोई वास्तु दोष हो सकता है। घर पर अगर कोई वास्तु दो’ष है तो व्यक्ति को बाधाएं, बीमारियां और दुर्भाग्य उसका पीछा नहीं छोड़ती। ऐसे में चाहिए, कि सबसे पहले उन वास्तु दो’ष को पहचान उनका निवारण किया जाए। जिससे वास्तु उनके जीवन की त’रक्की में साधक की भूमिका निभाएं न कि बाधक की। तो आइये जानते है सामन्य तौर पर कौन कौन से वास्तु दो’ष तर’क्की में बाध’क की भू’मिका अदा करते है।
घर में मौ’जूद कं’टीले पौधे
घर के अंदर कभी भी बो’नसाई और कं’टीले पौधे नहीं लगाने चाहिए। इससे घर का वास्तु बि’गड़ता है और नका’रात्मक ऊर्जा फैलती है।
दिशा ज्ञान
घर के उत्तर- पूर्वी हिस्सों में कभी भी भारी मूर्तियां नहीं रखनी चाहिए। इससे घर पर नका’रात्मक ऊर्जा का प्रभाव रहता है।
नका’रात्मक ऊर्जा
बिस्तर के नीचे कभी भी जूते-चप्पल नहीं रखना चाहिए। इससे रोग और मानसिक परेशानियां आती हैं।
खंडि’त मूर्तियां
देवी- देवताओं की खं’डित मूर्तियों को भी घर में नहीं रखना चाहिए।
नेगे’टिविटी एनर्जी
बंद और टूटी-फूटी घड़ियों को रखने से घर में पॉजिटिव एनर्जी कम होने लगती है और नेगे’टिवि’टी बढ़ने लगती है।
उत्तर-पश्चिम दिशा
उत्तर-पश्चिम दिशा में अंधेरा नहीं होना चाहिए। इस दिशा का सीधा संबंध पैसों और तरक्की से होता है।
धर्म शास्त्र
पूजा और दान के लिए घर में लायी गई वस्तुओं को अधिक दिनों तक घर में नहीं रखना चाहिए।