कोरोना महामारी के बीच अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस समेत कई देशों की मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियां चीन छोड़कर भारत का रुख कर रही हैं। कई इंटरनेशनल कंपनियों ने उत्तर प्रदेश में अपनी फैक्ट्री लगाने की तैयारी कर रही हैं। इस सबसे चीन तिलमिला गया है। बौखलाहट में उसने यहां तक कह दिया कि भारत कभी चीन का विकल्प नहीं हो सकता। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा गठित इकोनॉमिक टास्क फोर्स का भी जिक्र किया। कहा कि उत्तर प्रदेश में टास्क फोर्स का गठन ही इसलिए किया गया है कि चीन से निकलने वाले मैनुफैक्चरिंग प्लांट्स को लुभाया जा सके। बीते दिनों दुनिया भर में जूता बनाने के लिए मशहूर जर्मनी कंपनी वॉन वेल्स चीन से अपना कारोबार समेटकर उत्तर प्रदेश के आगरा में प्रोडक्शन यूनिट शुरू करने जा रही है।
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को आकर्षित करने का मास्टर प्लान तैयार किया है। खासकर चीन से रि-लोकेट वाली कंपनियों को कई तरह की सहूलियतें देने की तैयारी की जा रही है। इनमें व्यापार करने में आसानी, सस्ती जमीन, बुनियादी ढांचा और निवेश सुविधा जैसे पांच प्रमुख बिंदु शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते दिनों राज्यों से कहा था कि कई विदेशी कंपनियां कोविड 19 महामारी के चलते चीन से निकलकर भारत आना चाहती हैं। ऐसे में राज्यों को नए अवसरों के लिए तैयार रहना होगा। इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने अमेरिका सहित अन्य देशों के करीब 100 निवेशकों और कंपनियों से वीडियो कॉन्फ्रेंस की। और कहा कि अगर वे चीन से निकलकर अपनी फैक्ट्रियों और बेस को उत्तर प्रदेश में शिफ्ट करती हैं तो उन्हें मनमुताबिक सहूलियतें दी जाएंगी।