मोदी सरकार के नए कृषि का’नूनों की वापसी की मांग को लेकर किसानों के आं’दोलन का सोमवार को 19वां दिन है। इस बीच अलग-अलग किसान संगठनों के आंदोलन में द’रार पड़ती नजर आ रही है। वहीं आं’दोलन में शा’मिल हो चुके वा’मपंथी और टुकडे-टुक’डे गैंग के लोगों ने इसे कमजोर कर दिया है। इसके अलावा आं’दोलन में दिख रही लग्जरी से भी लोगों ने इसकी आ’लोचना करना शुरु कर दिया है।
किसान आं’दोलन में फू’ट की सबसे बडी तस्दीक राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के संयो’जक वीएम सिंह ने की। उन्होंने कहा, कि बाकी सं’गठन सरकार के बात करें या ना करें. हम बातचीत के लिए तैयार हैं. क्योंकि आंदोलन अब अपने लक्ष्यों से भ’टक रही है. हमारी मुख्य मांग एमएसपी गारंटी कानून है. बाकी चीजें बातचीत में देखेंगे। वहीं, बाकी संगठनों ने वीएम सिंह के बयान की निंदा करते हुए बयान से खुद को अलग कर लिया है. अन्य किसान संगठनों का कहना है कि वो अपनी मांगों को लेकर आंदो’लन जारी रखेंगे।
वहीं दिल्ली से सटे नोएडा सेक्टर-14 ए स्थित चिल्ला बॉर्डर पर ध’रना प्रदर्शन कर रहे किसानों भी अब दो फाड़ हो गये है। नोएडा से दिल्ली जाने वाला रास्ता खोले जाने से नाराज भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय महासचिव महेंद्र सिंह चैरोली, राष्ट्रीय प्रवक्ता सतीश चैधरी समेत एक महिला किसान नेता ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह के निर्णय से आहत होकर तीनों नेताओं ने इस्तीफा दिया है। इससे साफ जाहिर हो रहा है कि किसान आंदोलन में फू’ट पड़ने लगी है और आने वाले समय में किसान नेता आपस में भिड़ते नजर आ सकते हैं।
वहीं किसान आंदोलन में वामपंथ और टुक’डे-टुक’डे गैंग की बढती ता’दाद के साथ ही आं’दोलन में इस्तेमाल हो रही ल’ग्जरी की भी आम लोगों ने आलोचना शुरु कर दी है जिससे आं’दोलन की बडा झट’का लग सकता है।