क्रिकेट जगत के सबसे चर्चित टी20 क्रिकेट लीग में से एक इंडियन प्रीमियर लीग में महेन्द्र सिंह धोनी सबसे च’र्चित कप्तानों में से एक रहे हैं। भारत के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने आईपीएल में अपनी कप्तानी का ज’लवा दिखाया है। एम एस धोनी ने चेन्नई सु’पर किं’ग्स को अपनी क’प्ता’नी में तीन बार खि’ता’ब पर कब्जा दिलाया है।
महेन्द्र सिंह धोनी ने अपनी कप्तानी में दिलाया सीएसके को बड़ा नाम
चेन्नई सुपर किंग्स की टीम का नाम आते ही सबसे पहले महेन्द्र सिंह धोनी का नाम हर किसी के जेहन में आता है। एक तरह से यूं कहा जा सकता है कि सीएसके की टीम का दूसरा नाम एमएस धोनी है।
आईपीएल के पहले ही सीजन से महेन्द्र सिंह धोनी चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी कर रहे हैं। वो इस लीग के सबसे स’फलत’म कप्तानों में से एक बने और उन्होंने चेन्नई की टीम को भी नई ऊंचाईयों तक पहुंचाने में कोई कमी नहीं रखी।
एस बद्रीनाथ का खु’ला’सा, कप्तान के रूप में धोनी नहीं थे पहली पसंद
आज महेन्द्र सिंह धोनी चेन्नई सुपर किंग्स की जान हैं और उनकी कप्तानी के बिना ये टीम वहां तक नहीं पहुंच सकती थी, लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि सीएसके की तरफ से कप्तानी के लिए महेन्द्र सिंह धोनी पहली पसंद नहीं थे।
ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेले पूर्व बल्लेबाज सुब्रमण्यम बद्रीनाथ ने कहा है। भारत के लिए खेल चुके इस बल्लेबाज ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि सीएसके के लिए धोनी कप्तान के रूप में पहली पसंद नहीं थे।
टीम कप्तान के रूप में सहवाग से कर चुकी थी सं’पर्क
एस बद्रीनाथ ने इस बात को लेकर कहा कि
“आईपीएल की शुरुआत 2008 में हुई तब सीएसके सहवाग को ब’तौ’र कप्तान चाहती थी। सहवाग ने खुद कहा कि वो दिल्ली में बड़े हुए हैं और उनका उस जगह से ल’गाव है। टीम ने उनके फै’स’ले का स’म्मान किया। इसके बाद उन्होंने सोचा कि टीम के लिए ब’तौर कप्तान कौन अच्छा वि’कल्प होगा। धोनी ने उससे एक साल पहले ही टीम को टी20 विश्व कप दि’लाया था और फिर सी’एसके से जुड़े।”
आपको बता दें कि साल 2008 में खेले गए पहले आईपीएल में एमएस धोनी को चेन्नई सुपर किंग्स ने 6 क’रोड़ की र’कम देकर खरीदा था। वो उस नी’ला’मी में सबसे महंगे खिलाड़ी सा’बित हुए थे। जो टीम के कप्तान बनाए गए।