दिग्गज बॉलीवुड कोरियोग्राफर सरोज खान का शुक्रवार की सुबह मुंबई के एक अस्पताल में हृदय गति रुकने से निधन हो गया, उनकी बेटी की पुष्टि हो गई। वह 71 वर्ष की थीं। सरोज खान की गुरुवार रात को आईसीयू में हालत बिगड़ गई। उन्होंने शुक्रवार को सुबह 1.52 बजे अंतिम सांस ली।सरोज खान का अंतिम संस्कार शुक्रवार को मलाड के मालवणी में किया जाएगा।

कोरियोग्राफर सरोज खान ने सुशांत की एक तस्वीर इंस्टाग्राम पर शेयर करते हुए लिखा, ‘मैंने आपके साथ कभी काम नहीं किया था, लेकिन हम कई बार मिल चुके हैं. आपके जीवन में क्या गलत हुआ है? मैं हैरान हूं कि आपने अपने जीवन में इतना कठोर कदम उठाया. आप किसी बुज़ुर्ग से बात कर सकते थे, जो आपकी मदद कर सकता था. ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दे और मुझे नहीं पता कि आपके पिता और बहन इस समय कैसे सह रहे हैं, उनके प्रति संवेदना और शक्ति. मैंने आपकी सभी फिल्मों से प्यार किया और हमेशा आपसे प्यार करती रहूंगी. आर.आई.पी सुशांत.’

बता दें, सरोज खान ने 200 से ज्यादा फिल्मों के लिए कोरियोग्राफी की थी. सरोज पहले असिस्टेंट कोरियोग्राफर थीं, लेकिन 1974 में आई फिल्म ‘गीता मेरा नाम’ से वो कोरियोग्राफर बन गईं. उन्होंने 1986 से लेकर 2019 तक कई हजारों की संख्या में बॉलीवुड फिल्मों में गानों को कोरियोग्राफ किया, जिसमें ‘निंबुड़ा-निंबुड़ा’, ‘एक दो तीन’, ‘डोला रे डोला’, ‘काटे नहीं कटते’, ‘हवा-हवाई’, जैसे कई सुपरहिट और आइकोनिक गाने शामिल हैं.