10 जुलाई को रात में लगभग 8 बजे अमरनाथ यात्रियों के उपर हुए आतंकवादी हमलें मे 7 लोगो की मौत हो गयी थी और लगभग 20 लोग घायल हो गये थे| यात्रियों में सभी लोग गुजरात के रहने वाले थे| कहा जा रहा है कि ड्राइवर की सूझबूझ से बाकी यात्रिओं की जान बच पायी थी अन्यथा मरने वाले यात्रियों के संख्या में इजाफा हो सकता था| मरने वालें यात्रिओं के साथ सभी घायलों को वायुसेना के विशेष विमान से सूरत पहुँचाया गया जहां इन सबके स्वागत के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री समेत कई हस्तियाँ एअरपोर्ट पर मौजूद थी|
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जिस बस पर हमला हुआ उस बस के ड्राइवर और यात्रियों ने बताया कि ड्राइवर सलीम ने ही बाकी यात्रियों कि जान बचाइ थी जिसको लोगो ने किसी हीरो की तरह पेश किया और सरकार ने इनामो की घोषणा कर दी , लेकिन अब बस के कंडक्टर ने भी दावा किया है कि लोगों की जान उसकी सूझभूझ से बची है| जिसके बाद एक इस मामले में रोज एक नई कड़ी खुलती जा रही है|
दरअसल जम्मू कश्मीर पुलिस ने इस आतंकवादी हमले की मामले में एक अहम गिरफ्तारी की है जिसका सीधा कनेक्शन आतंकवादियों से होने का शक है| गिरफ्तार किया गया व्यक्ति जम्मू कश्मीर के सत्ताधारी पार्टी पीडीपी के विधायक का ड्राइवर है| खबर के मुताबिक पीडीपी पार्टी के विधायक एजाज अहमद का ड्राइवर है जिसका नाम तौसिफ अहमद है और यह पुलवामा का रहने वाला है| पुलिस के अनुसार उसपर आतंकवादियों से सम्बन्ध रखनें का शक है|
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि तौसिफ अहमद के साथ दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है जिसपर भी हमले में शामिल होने का आरोप है| तौसिफ विधायक एजाज के पास ड्राइवर के तौर पर सात महीने पहले ही लाया गया था जिसके पहले वो जम्मू कश्मीर पुलिस के सेक्युरिटी विंग में था| आईजी मुनीर खान के अनुसार तौसिफ और आतंकवादियों के बीच सम्पर्क के कुछ सबूत मिले है जिसके लिए उससे पूछताछ की जा रही है जिसमे तौसिफ पुलिस का पूरी तरह सहयोग कर रहा है |
दरअसल इस आतंकवादी हमले को लेकर तरह तरह की बातें की जा रही थी जिस में कहा जा रहा था कि हमला सुरक्षा में तैनात जवानो पर था लेकिन खबरों के मुताबिक हमला यात्रियों से भरी बस पर ही था | दरअसल इस बस ने अमरनाथ यात्रा के कई नियमो का उल्लंघन कर रात के समय हाईवे पर दौड़ रही थी जिसके साथ सुरक्षा का कोई इंतजाम नही था जिससे आतंकवादी हमला करने में कामयाब हो गये और 7 अमरनाथ यात्रियों कि जान ले ली थी| जिसके बाद सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया गया था|