जब से नोट बंद हुए है तब से विपक्ष प्रधानमंत्री मोदी जी कि निंदा करता आ रहा है कि ये फैसला गलत है इस से लोगो को परेशानी हो रही पर जब जनता के बिच जाते है तो जनता इस फैसले को सही बता रही है इसका मतलब विपक्ष वैसे ही नौटंकी कर रहा है |हम कह सकते है विपक्ष का मतलब है कि सदन को चलने ना दिया जाए, विपक्ष बार बार मांग कर रहा था कि प्रधानमंत्री जी सदन में आके बहस करे पर जब प्रधानमंत्री सदन में आए तो कुछ संसद तो बाहर ही आ गए और कुछ संसद में बोले तो प्रधानमंत्री ने बिना कुछ बोले उनके विचार सूने कुछ विचार तो ऐसे थी कि प्रधानमंत्री मोदी जी भी हंसने लगे |
चुप्पी के बाद बोले प्रधानमंत्री मोदी जी-
प्रधानमंत्री मोदी जी कुछ नहीं बोल रहे थे इसका मतलब है कि विपक्ष वालो के लिए उन्होंने अच्छा सोचा है और जब प्रधानमंत्री बोले तो सबकी बोलती बंद हो गई |
पूरा लिखना कठिन है आइये देखते है विडियो-