अमेरिका में ट्रंप सरकार के आते ही सत्ता ही पलट गई। ट्रंप नई से नई घोषणाएं लागू कर जनता का दिल जितने में लगे है। और अब ट्रंप एक ऐसी पॉलिसी लागू करने जा रहे है। जिससे केवल अमेरिका को ही नहीं, बल्कि विदेशों को भी फायेदा मिलने वाला है। ट्रंप की ऐसी घोषणा सुनकर भारतीयों में खुशी की लहर दौड़ आई। और अगर ट्रंप का ये सपना सच हो जाता है। तो भारत के लिए अबतक का ये सबसे बड़ा तोहफा होगा।
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने भाषण में योग्यता पर आधारित प्रवासी नीति की पैरवी की। जो अमेरिका संसद का पहला संबोधन ही भारतीयों के लिए अच्छा संकेत है। ट्रंप ने एक ऐसी व्यवस्था लागू करने जा रहे है, जिससे अमेरिका उससे पैसा बचाकर कामगारों की तनख्वाहें भी बढ़ सकती है। और अगर ट्रंप का ये फैसला लागू हुआ तो उसका मुनाफा भारत को सबसे ज्यादा होने वाला है।
ट्रंप प्रशासन इमिग्रेशन पॉलिसी लागू करने का प्लान बना रहा है जिससे मेरिट के आधार पर विदेशियों को अमेरिका में आकर काम करने की अनुमति मिलेगी। जिन लोगों को अच्छी इंग्लिश बोलना और शिक्षा का स्तर उच्च है। उनकों अमेरिका में रहने के लिए वीजा मिलेगा। वो अमेरिका में आराम से रह कर पैसा कमा सकते है।
लेकिन अब सबके लिए अमेरिका में पैसा कमाना आसान भी नहीं रह गया। क्योंकि ये वीजा सिर्फ उन लोगों के लिए है जिनका शिक्षा स्तर उच्च है। अमेरिका ग्रीन कार्ड लेने के लिए लॉटरी सिस्टम को खत्म कर रहा है। ट्रंप ने उसके लिए प्रवासी नियमों में सुधार के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी से सहयोग की अपील की। उनका कहना है कि अगर सरकार नौकरियों को बेहतर बनाने पर जोर दे तो प्रवासी कानूनों में सार्थक बदलाव संभव है।
आपकों बता दें कि अमेरिका की इस नई पॉलिसी से भारत को इसलिए बड़ा फायदा होने वाला है। क्योंकि भारत में आईटी कर्मचारियों की तदाद ज्यादा है। जिन्हें पैसे कमाने के लिए बड़ा फायदा मिल सकता है। अमेरिका के एच-1बी वीजा से भारत के आईटी सेक्टर के कर्मचारियों को भी बड़ा लाभ मिलेगा। उनके साथ ही भारत से अमेरिका जाने वाले वैज्ञानिकों, डॉक्टरों, इंजीनियरों को भी मेरिट पर आधारित वीजा सिस्टम का लाभ मिल सकता है।
इस एक्ट से अमेरिका को डॉलर्स में ज्यादा बचत होगी साथ ही कर्मचारियों के वेतन में इजाफा होगा। और इसके अलावा संघर्ष कर रहे लोगों को मदद मिलेगी। यही नहीं इमिग्रेंट फैमिलीज को भी मिडिल क्लास में एंट्री करने पर अब कोई रोक नहीं लगेगी।