बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास में अचानक से एक जहरीला सांप निकलने से चारों तरफ हडकंप मच गया. जैसे ही CM की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों की नजर सांप पर पड़ी वो इधर–उधर भागने लगे. सांप लोगों की हलचल जमीन के अन्दर चला गया लेकिन वहां मौजूद मजदूर, सुरक्षाकर्मियों और बाकी लोगों के दिल में डर बना हुआ था. इस पूरी घटना की जानकारी वन विभाग के लोगों को दी गई. जिसके बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और काफी मशक्कत के बाद सांप पर काबू पाते हुए उसे अपने कब्जे में ले लिया।
वन विभाग के अधिकारी महेश शर्मा कि माने तो “ये सांप काफी विषैला है और इसके छूने से ही लोगों की मौत हो जाती है ,वन विभाग के लोगों ने कहना है कि बरसात का पानी जमा होने के चलते ये सांप जमीन से बाहर निकलकर दूसरे जगह की तलाश कर रहा था”.
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार सांप उस वक़्त बाहर निकला, जब CM की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी ड्यूटी के बाद अपने बैरक की तरफ जा रहे थे. जिसके बाद वन विभाग के लोगों ने उसे कैद करके बिहार की राजधानी पटना के एक जू में ले जाकर छोड़ दिया. आपको बता दें यह पहली बार नहीं जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास में सांप निकला हो इससे पहले 2016 में भी एक खतरनाक नाग निकल चुका है।
जानिए इस्तीफा देने से पहले लालू यादव को आया नीतीश कुमार का फोन, ‘हेल्लो’ कहते ही…
नीतीश कुमार बिहार के फिर से मुख्यमंत्री बन चुके हैं और इस नयी सरकार में उनके साथ लालू प्रसाद नही बल्कि बीजेपी है. सुशील मोदी को उपमुख्यमंत्री बनाया गया लेकिन नीतीश ने एक झटके में जिस तरीके से इस्तीफा देकर सबको चौका दिया उसको देखते हुए उनपर तेजस्वी यादव काफी गंभीर आरोप लगा रहे हैं. तेजस्वी का कहना है कि नीतीश धोखेबाज है और उन्होंने हमारी पार्टी के साथ धोखा किया है. फ़िलहाल कमान लालू ने भी संभाल लिया है और नीतीश पर वार किये जा रहे हैं. लालू का कहना है कि नीतीश ने उन्हें इस्तीफे के बारे में नही बताया था लेकिन अब जो खबरें आ रही हैं उससे साफ पता चल रहा है कि नीतीश ने इस्तीफा देने से पहले लालू को फोन किया था और उनसे कुछ ऐसा कहा था कि लालू प्रसाद यादव को कहना पड़ गया था कि ‘नही एक बार और सोच लो’
राहुल को पता थी लड़ाई की बातदरअसल नीतीश और लालू की पार्टी के बीच कई दिनों से रार चल रही थी, कुछ सूत्रों का कहना है कि ये लड़ाई करीब एक साल से चल रही थी और वहीं राहुल गाँधी का कहना है कि नीतीश की ये मंशा चार-पांच महीने पहले ही समझ में आ गयी थी. सोचने वाली बात तो ये है कि आखिर महागठबंधन का हिस्सा रहे कांग्रेस के युवराज को जब ये बात पहले से पता चल गयी थी तो उन्होंने किसी से कहा क्यों नही.
नीतीश कुमार ने फोन पर कहा कुछ ऐसा कि लालू..
फ़िलहाल अगर नीतीश के इस्तीफे की बात करें तो सूत्र बताते हैं कि नीतीश ने इस्तीफा देने से पहली लालू को फोन किया था और अपने इस्तीफे की जानकारी बताई थी. नीतीश कुमार इस्तीफा देने जा रहे हैं, ये सुनकर लालू के पैरों के तले जमीन खिसक गयी और उन्होंने नीतीश को से ‘कहा आप अपने फैसले पर एक बार फिर से विचार कर लीजिये, शायद ये ठीक नही है.
आपको बता दें कि बिहार में हुए 2015 विधानसभा चुनाव में लालू ने नीतीश के सहारे चुनाव लड़ने की ठानी, क्योंकि लालू की जिस तरीके से छवि बन चुकी थी वो उन्हें चुनाव में फायदा नही दिलवा सकती थी.