भारत-चीन के बीच तनाव इतना बढ़ चुका है कि कई देशों की नजर इस विवाद पर है. भारत और चीन के बीच का ये विवाद कम होने के वजाय दिन-प्रतिदीन बढ़ता ही जा रहा है. हम सभी इस बात को जानते हैं कि भारत-चीन के बीच का ये विवाद भूटान के डोकलाम के लिए है. चीन भूटान से इस जगह को छिनना चाहता है और चीन की इस मनमानी को रोकने के लिए भारत भूटान के साथ खड़ा होकर उसकी मदद कर रहा है. लेकिन भारत के इस कदम को उठाने से चीन बोखला गया है.
इतना ही नहीं डोकलाम पर कब्ज़ा करने के लिए चीन ने शुरुआत में पहले अपने 300 जवानों की पलटन को भेजा था, इसलिए भारत ने भी सीमा शुरक्षा करने के लिए अपने जवानों की तैनाती डोकलाम में की है. इस पूरे विवाद के बाद भारत और चीन के बीच दुश्मनी और बढ़ गई है. इस पूरे विवाद में भारत के लिए सबसे अच्छी बात ये की आज भारत के साथ कई देश खड़े हैं.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस समय डोकलम में भारत और चीन के बीच गहरी तनातनी चल रही है और कभी भी दोनों के बीच युद्ध हो सकता है. बता दें दोनों ही देश इस समय एक दुसरे को कांटे की टक्कर दे रहे हैं और इस विवाद को सुलझाने में लगे हैं. चीन लगातार भारत को हमले की धमकी दे रहा है. इस पूरे विवाद के बीच एक ऐसी खबर सामने आई है जिससे भारत के लोगों की नींद उड़ना तय है.
हम सभी ने अपने जीवन में एक बात जरुर सुनी होगी कि कभी भी अपने दुश्मन को कमजोर नहीं समझना चाहिए. यही बात हमारे भारत पर भी लागू होती है और अगर दुश्मन चीन जैसा हो तो उसे तो बिल्कुल भी कमजोर समझने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. बता दें कि कुछ वैज्ञानिकों का कहना है कि चीन के पास पानी की इतनी शक्ति है कि अगर भारत ने उसपर अपनी नजर नहीं रखी तो भारत को इतना नुकसान हो सकता है जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी.
भारत में हुई एक रिसर्च के मुताबिक वैज्ञानिक संतोष राय का कहना है कि अगर चीन घाघरा, गंडक और ब्रह्मपुत्र जैसी विशाल नदियों के पानी को रोककर और उस पानी को एक साथ छोड़ देता है तो भारत के लिए हालात बेहद खतरनाक हो जायेंगे. संतोष राय का कहना कि हम सभी इस बात को जानते हैं कि चीन काफी समय से अपनी नदियों पर बांध बनवा रहा है जिससे वो अपनी नदियों पर नियंत्रण कर सकता है.
लेकिन चीन का नदीयों पर नियंत्रण करना भारत के लिए बहुत नुकसानदायक साबित हो सकता है. संतोष राय का कहना है कि जिस तरह भारत-चीन के बीच का विवाद दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है उससे इस बात पर भी ध्यान देने की जरुरत है कि चीन भारत को नुकसान पहुँचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है. बता दें कि चीन अगर पानी रोक कर एक बार में छोड़ देता है तो असम-बंगाल, बांग्लादेश और मेघालय को डुबो सकता है.