आपकी गाड़ी जब भी किसी चौराहे पर रुकती है तो अकसर आपसे कोई ना कोई भिखारी पैसे मागने आता होगा और उस पर दया करके आप उसको पैसे दे भी देते होंगे पर अगर हम उस भिखारी को भिखारी ना कह कर करोड़पति कहे तो? यह किसी मजाक से कम नहीं लगता है। अगर कोई करोड़पति होगा तो वह भिखारी कैसे होगा। लेकिन जनाब समय बदल चुका है। आजकल भीख मांगना सबसे फायदे का काम बन गया है। आज के समय में कुछ ऐसे भिखारी भी हैं, जो किसी करोड़पति से कम नहीं हैं।

भारत में भिखारियों को करोड़पति भिखारी के नाम से जाना जाता है। उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से भीख मांग-मांगकर आज ये मुकाम हासिल किया है। आज हम आपको भारत के 6 सबसे धनी भिखारियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी ठाठ किसी करोड़पति से कम नहीं है।

- भरत जैन: 49 वर्षीय भरत जैन परेल में अपने परिवार के साथ रह रहे हैं। इन्होने भीख मांगने के काम को पूरा प्रोफेशनल बना दिया है। वह परेल में दो फ्लैट्स का मालिक है, जिनकी कीमत लगभग 70 लाख है। वह मुंबई के परेल के अलावा अन्य क्षेत्र में भी भीख मांगने का काम करता है। वह 7,500 रुपये प्रति माह कमाता है, और भण्डुप में एक दुकान भी है, जिसे वह प्रति माह 10,000 रुपये का भुगतान करता है।

2. संभाजी काले: संभाजी काले अपने परिवार के साथ भीख मांगने का काम करता है। परिवार के चार सदस्य खार इलाके में भीख मांगते थे। संभाजी प्रति दिन 1000-1500 कमाता है। वह विरार के क्षेत्र में एक फ्लैट और सोलापुर में भी दो टुकड़े का मालिक है। उनके पास बैंक में भारी निवेश और बचत भी है।

3. मस्सू: मस्सू उका मालाना, मुंबई में भीख मांगता है। इसकी रोज की कमाई 1000-1500 है। मस्सू एक मस्तमौला भिखारी है। वह अपनी भीख मांगने वाली जगह तक पहुंचने के लिए एक ऑटो रिक्शा लेता है। वह 8 से 10 घंटे भीख मांगने का काम करता है और फिर ऑटो रिक्शा से घर लौट जाता है। उनकी 30 लाख की संपत्ति है।

सर्वतिया देवी: इस भिखारी के बारे में जानकर आप यकीनन चौंक जायेंगे। यह एक ऐसी भिखारी है, जिसने अपना जीवन बीमा करवा रखा है। सर्वतिया देवी हर साल 36,000 का प्रीमियम भरती हैं। यह पटना की रहने वाली हैं और यह हर दिन 8-10 घंटे भीख मांगने का काम करती हैं। हर रोज भीख मांगकर 300-400 रूपये कमा लेती हैं। इसके पास कुल 10 लाख की संपत्ति है।

कृष्णा कुमार गीते: कृष्ण कुमार गीते मुंबई का रहने वाला हैं। यह ज्यादातर मुंबई में चर्नी रोड के पास सीपी टैंक के क्षेत्र में भीख मांगता हैं। उनकी दैनिक कमाई 1500-2000 है। इसका मुंबई के नालासोपारा में एक फ्लैट है और अपने भाई के साथ रहता है। इसके पास 5 लाख की संपत्ति है।
लक्ष्मी दास: कोलकाता की रहने वाली 60 वर्षीय लक्ष्मी दास ने 16 साल की उम्र से भीख मांगना शुरू कर दिया था। वह पोलियो की बीमारी की वजह से अपंग हो गई थी। वह जानती थी कि उसके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है, इसलिए इसने भीख मांगने का काम शुरू कर दिया। अब उसके पास एक विशाल बैंक बैलेंस के साथ एक बैंक खाता है।
