181 साल का ये बुजुर्ग बिलकते हुए सबसे मांग रहा है अपनी मौत… वीडियो देखकर आप भी रो पड़ेंगे…

जानिए आखिर क्यों ये 181 साल का बुजुर्ग मरने को इतना तरस रहा है कि यह कहता है कि मैं इंतज़ार में हूँ कमबख्त आती ही नहीं है... वीडियो देख आपकी भी आँखे नम हो जाएँगी

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बनारस में एक शख्स कर रहा है 181 साल से अपनी मौत का इंतजार फिर भी मौत है कि उसे आती ही नही

आज के इस ख़तरनाक प्रदूषित वातावरण में लोगों का जीना वाकई बड़ा मुश्किल हो गया हैl भारत में लोगों की औसतन आयु 60-70 वर्ष के बीच है, वहीं भारत के प्रदूषण की बात की जाये तो यह भारत में बेहद ज्यादा हैl आज के समय में जैसे ही लोग अपने जीवन के 60-65 वर्ष पूरा कर लेते हैं वैसे ही वो ये मान लेते है कि उनका आख़िरी वक़्त आ गया हैl अगर आज कोई 100 साल की उम्र का व्यक्ति आपको मिल जाये तो वह वाकई बहुत बड़ी बात होती हैl

लेकिन आज हम आपको एक ऐसे शख्स से रूबरू कराने वाले है जो आपको यकीनन हैरान क्र देगाl आपको बता दें कि भारत के बेहद प्रदूषित शहरों में एक शहर में एक ऐसा शख्स है जो इन सब भ्रांतियों को तोड़ता हुआ दुनिया को हैरान कर रहा हैl

जी हाँ हम आपको बता रहे हैं एक ऐसे शख्स के बारे में जो 60, 90 या 150 साल का नहीं बल्कि वह अपने जीवन के 181 साल पुरे करके दुनिया का सबसे ज्यादा उम्र का इंसान बन चूका है(world’s oldest man) और सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात तो ये है कि 181 साल जीने के बाद भी वे अभी भी सही सलामत है, और अपने सभी काम सही तरह से कर सकने में सक्षम भी हैl

सुनने में अजीब लेकिन ये सत्य है, महाष्टा मुरासी नाम का ये व्यक्ति जीते-जीते थक चुका है और मरने की कामना करता हैl अपनी मौत को याद करते हुए वे हर वक्त ये कहता है कि लगता है मौत मेरे घर का रास्ता भूल गई हैl मैं कब से मरने का इंतजार कर रहा हूँ लेकिन मौत है कि कम्‍बखत मुझे आती ही नहीं हैl

अनेक बार अपने जन्म प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर चूका है ये शक्स

बता दें कि 181 वर्षीय महाष्टा की उम्र को देखकर कई बार लोग यही कहते हैं कि इनको देवी का वरदान मिला हुआ है, तभी तो यह इतना जी रहे हैंl महाष्टा मुरासी से जब उनके बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वो जनवरी 1835 को बेंगलुरु में पैदा हुएl सन् 1903 में महाष्टा मुरासी बेंगलुरु से अपना ठिकाना बदलकर बनारस रहने के लिए आ गए और तब से ही वो बनारस में रह रहे हैंl मुरासी ने 1957 तक एक मोची के रूप में काम कियाl जब उन्होंने अपना काम छोड़ा तब उनकी उम्र 122 साल हो चुकी थीl

आपको सुनकर शायद हैरानी होगी कि महाष्टा मुरासी अनेक बार अधिकारियों के समक्ष अपने जन्म प्रमाण पत्र और पहचान पत्र भी प्रस्तुत कर चुके हैंl इतना ही नहीं उनकी असली उम्र के बारे में पता करने के लिए कई बार महाष्टा मुरासी का मेडिकल चेक-अप भी किया जा चुका हैl सब तरह की जाँच करने के बाद भी डॉक्टर उनकी वास्तविक उम्र का सही आकलन करने में असफल रहे हैंl डॉक्‍टर जब कुछ नहीं पता लगा पाए तो इसे ईश्वर का करिश्मा कह दियाl