कार्यक्रम में बोलते हुए राष्ट्रपति ने इंदिरा गांधी की नेतृत्व क्षमता की भी तारीफ की। राष्ट्रपति ने इंदिरा गांधी को 20वीं सदी की सबसे असरदार हस्ती बताया। उन्होंने कहा कि भारत के लोगों के लिए वे अभी भी सबसे पसंदीदा प्रधानमंत्री हैं। राष्ट्रपति ने कांग्रेस लीडरशिप को ऑर्गनाइजेशनल मैटर्स में तेजी से फैसला लेने का मैसेज देते हुए इंदिरा के काम करने के निर्णायक तरीके को याद किया।
इस घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व को यह संकेत देने की कोशिश की कि बतौर लीडर न सिर्फ फैसला लेना, बल्कि समय रहते फैसला लेना भी महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने कहा, 1978 में कांग्रेस में दूसरा विभाजन होने के बावजूद कुछ महीने बाद ही पार्टी ने राज्य चुनावों में शानदार जीत दर्ज की थी। मुखर्जी ने कहा, ‘1977 में कांग्रेस हार गई थी, मैं उस समय जूनियर मिनिस्टर था। उन्होंने मुझसे कहा था कि हार से हतोत्साहित मत हो, यह काम करने का वक्त है और उन्होंने काम किया।